
कितना अच्छा होता भगवन, तुम थोड़ी शक्ति देते ।
दूजा दिन आते ही हम भी, पहला दिन डिलीट करते ।
वर्षों तक न जाने क्यों,कुछ बातें पीछा करतीं हैं ।
जितना भी आगे बढ़ जाएं, छाया बन कर चलती हैं ।
कुछ अपने संग चलते चलते ,जीवन के थे छन्द हुए ।
मानो उन छन्दों के पन्ने तेज हवा से बन्द हुए।
बस यूँ ही कुछ ऐसे लम्हें, हम भी तो भूला करते।
दूजा दिन आते ही हम भी,पहला दिन डिलीट करते।✍️
अरे बहिना जिन्दगी मोबाइल है ।delete करना पड़ता है ।नही तो over loaded हो जाएगा ।भावपूर्ण अभिव्यक्ति है ।
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🙏
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Badhiya…
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Delete ke option ne hi to life simple and entertaining banai hai.
ATI uttam
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Learning and unlearning aani chaiyay
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True…..all complications would end if something like this could happen….nice writeup.
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👍
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💖
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👍
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बहुत खुबसुरत लिखा है आपने।
वर्षों तक न जाने क्यों,कुछ बातें पीछा करतीं हैं ।
जितना भी आगे बढ़ जाएं, छाया बन कर चलती हैं ।
कितनी सच्ची बातें आपने महज दो पंक्तियों में कह दी ।
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👌👍बहुत बहुत शुक्रिया।🎉
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Best way to live life…
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Delete का चक्कर न हो अगर जीवन मोबाइल न समझो
जीवन को चूल्हा समझो हर दिन स्वादिष्ट पकवान बनाओ
परोसो खुशिया रूपी पकवान मित्र❤🌸
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मोबाईल खराब होता,
बनवाते,
अगर डाटा डिलीट हो जाता,
पछताते,शोक मनाते,
अगर हम मोबाईल होते,
बनते बिगड़ते,
कल की बातों का डाटा,
तुम डिलीट हो जाते,
तो क्या
फिर इस जीवन का कोई अर्थ होता,
क्या डाटा विहीन हम जी पाते?
बेशक तेरी यादें रुलाती हैं,
मगर कैसे कहूँ रोने में भी
कितनी शुकुन आती है।
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