
हाँ मैं कवि की इक कविता हूँ।
कवि के भावों की सरिता हूँ।
गंगा सी बहती जाती हूँ ।
जब लोग करें स्नान यहाँ,
मैं पवित्र हो जाती हूँ।
अपने कवि की मैं सविता हूँ।
हाँ मैं कवि की इक कविता हूँ।
कवि के भावों की सरिता हूँ।
कभी रुदन करूँ कभी मुस्काऊँ।
कभी मोहपाश में बंधजाऊं ।
कभी कथा बनी कभी व्यथा हुई।
मैं कवि – शब्दों की नमिता हूँ।
हाँ मैं कवि की इक कविता हूँ।
कवि के भावों की सरिता हूँ ।
कभी विद्यालय का गीत बनी।
कभी मन्दिर की रामायण हूँ ।
भावों में मनिका माला सी,
जो मुखर हुई वो शुभिता हूँ ।
हाँ मैं कवि की इक कविता हूँ।
कवि के भावों की सरिता हूँ।
मैं रोटी में मजदूरों की
जो गीत यहां शहरों के हुए ।
जो फसल काटता मेहनत की,
मैं उस किसान की हरिता हूँ।
हाँ मैं कवि की एक कविता हूँ।
कवि के भावों की सरिता हूँ।
मैं कबीर के दोहे बन
किसी कक्षा में फिर जा बैठी।
जो पाठक को कंठस्थ हुए ।
मैं उन शब्दों की समिता हूँ।।
हाँ मैं कवि की इक कविता हूँ।
कवि के भावों की सरिता हूँ।
मैं शब्दों का संग्रह बन
अपने ही सुर में गाती हूँ ।
जो सुंदर से संगीत हुए,
मैं उन रागों की ललिता हूँ।
हाँ मैं कवि की इक कविता हूँ।
कवि के भावों की सरिता हूँ।
कभी बनी कुरान की आयत हूँ ।
कभी गिरिजाघर की चैपल हूँ।
कभी गुरुद्वारे की गुरुबानी ।
अपने भारत की सुचिता हूँ।
हाँ मैं कवि की इक कविता हूँ।
कवि के भावों की सरिता हूँ।✍️
कभी देश का राष्ट्र गान बनी।
कभी सब धर्मों का प्रेम गीत।
सब लोगों का ले हाथ थाम,
मैं देश प्रेम की निकिता हूँ।
हाँ मैं कवि की इक कविता हूँ।
कवि के भावों की सरिता हूँ। ✍️
सरिता -नदी। सविता-सूर्य। नमिता -नम्र । शुभिता-सुंदर। हरिता-हरियाली । समिता -ज्ञान का संग्रह । ललिता-रागिनी। सुचिता-सूचनादेने वाली । निकिता-गंगा।
बहुत सुंदर भाव।
LikeLiked by 4 people
गीताजी हार्दिक धन्यवाद ।
LikeLiked by 1 person
Bhut sunder !
LikeLiked by 3 people
धन्यवाद दक्षाली ।
LikeLiked by 1 person
बहुत सुंदर गीत 👌 तरन्नुम बहुत अच्छा👌
LikeLiked by 2 people
भावों की सहमति के लिए आपकी हृदय से आभारी हूँ।🙏
LikeLiked by 1 person
आपका भी आभार आदरणीया इस गीत के लिए🙏
LikeLiked by 1 person
🙏
LikeLike
Loved reading each line of the beautifil poem.
LikeLiked by 3 people
Thank you dear Dipti for praising the poem .🙏
LikeLike
शब्दों के मोतियों को कविता रूपी धागे में पिरो प्रकृति को अर्पित कर निर्गुण को सगुण आकर देकर कविता की आत्मा को अमर कर दिया। सराहनीय साहित्य यात्रा।
LikeLiked by 3 people
श्री जोशीजी आपकी सराहना प्रेरित करती है । मेरी कलम आपकी हृदय से आभारी है🙏
LikeLike
Bahut hi Sundar Kavita 💚
LikeLiked by 1 person
Thank you Anurag ji.🙏
LikeLiked by 1 person
🙏🙏🙏
LikeLiked by 1 person
,🙏
LikeLiked by 1 person
कवि के भाव से कवि का सम्मान
अति सुंदर
LikeLiked by 2 people
🙏हृदय से आभारी।आपके शब्द मेरी प्रेरणा।
LikeLike
बेहतरीन लेखन।उम्दा रचना।👌👌
हाँ मैं कवि की इक कविता हूँ।
कवि के भावों की सरिता हूँ।
LikeLiked by 2 people
सराहना अच्छी लगती है। 🙏
LikeLike
Bilkul….हौसला बढ़ता है कुछ लिखने को।🙏
LikeLiked by 1 person
,🙏
LikeLike
Bachapan mei kalam ki aatmkatha padhi thi , Aaj Kavita ki . Aapne bahut hi khubsurti se utara hai ese.
LikeLiked by 4 people
कितनी प्रेरणा देते हैं आपके शब्द । मेरी लेखनी आपकी आभारी ।🙏
LikeLike
I would say this is one of the best composed ‘Kavya mala’
LikeLiked by 4 people
Thankyou Dr. Tanuja for praising. Your words motivate me.🙏
LikeLike
सुंदर
LikeLiked by 1 person
शुक्रिया आपका।
LikeLike
सुंदर शब्दों में कविता की विशेषताओं का विश्लेषण !!💐
LikeLiked by 3 people
आपकी की सराहना मिली प्रससन्ता हुई।
LikeLiked by 1 person
आपने सराहा दिल से आभारी हूँ।
LikeLiked by 1 person
उत्कृष्ट शब्दो से सजी हिंदी का मान बढ़ाती हुई😊
LikeLiked by 1 person
इतनी सुन्दर प्रस्तुति हृदय को छू गयी ।
LikeLiked by 1 person
🙏
LikeLike
Must be something quite universal, I guess 🙂
LikeLiked by 3 people
Thank you for you comment.🙏
LikeLike
very nice poyem
LikeLiked by 2 people
धन्यवाद अजय।🤗
LikeLiked by 1 person
आपने बड़ी सहजता से कविता के बहाने जीवन के कई पक्षों को पिरोया है। रचना मिठास लिए हुए आनंदित करती जाती है ताराजी , साधुवाद!
LikeLiked by 1 person
स्नेहपूर्ण धन्यवाद।
LikeLike
बहुत सुंदर भाव से लिखा है आपने👌👌👌
LikeLiked by 2 people
🎻👍🎉
LikeLike
मैंने भी लिखना शुरू किया है । मेरा पेज विजिट करिए और बताएं कि कैसा प्रयास है । पसन्द आए तो फॉलो कीजिए🙏🙏
LikeLiked by 2 people
Dhanyawad dear Ritu nayak.
LikeLike
How beautifully, this poem is composed.
Very nice poem ma’am🙏😊🎆
LikeLiked by 1 person
Thanks Yogesh.🌹
LikeLike
A poem as beautiful as the petals of the rose… very eloquent.
LikeLiked by 2 people
Thanks a lot.
LikeLiked by 1 person
My sincere pleasure.
LikeLiked by 1 person
दिल खुशी से भर गया आपके विचारो को पढ़ कर आप यकीनन बहुत अच्छे लेखक है।
LikeLiked by 1 person
कविता अच्छी लगी आपको मुझे आनंद मिला।हार्दिक धन्यवाद।
LikeLike
Most welcome bro
LikeLiked by 1 person
Thank you dear.🎉
LikeLike
Truly appreciate
LikeLiked by 1 person
Thanks for appreciation.🙏
LikeLike
बहुत ही सुंदर रचना है।
LikeLiked by 1 person
आभार 🙏
LikeLike
👌👌
LikeLike
गजब
LikeLiked by 1 person
हार्दिक आभार।💝🌹
LikeLike